खजुराहो मंदिर के बारे में जानकारी
नमस्कार दोस्तो स्वागत
है आप सभी का मेरे एक और नए लेख में जिसमें मैं आपको खजुराहो मंदिर के बारे में बताऊंगा। यह मंदिर मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में स्थित
है। भारत में यह मंदिर जैन मंदिरों और हिंदू मंदिरों का एक समूह है। यह मंदिर मुख्य
रूप से अपनी कामुक मूर्तियों और नक्काशी के लिए जाना जाता हैं। यहाँ पर बनाए गए मंदिर प्राचीन और मध्यकालीन युग के सबसे अच्छे उदाहरण
हैं। यह मंदिर कामसूत्र की कलात्मक चित्रों के कारण यहाँ आने वाले लोगों को आनन्दित
करता है। इस मंदिर की दीवारों में संभोग करते हुये इन्सानों की विभिन्न मुद्राओं को
दर्शाया गया है। जो लोगों को रोमांचित कर देती है। यूनेस्को द्वारा खजुराहो मंदिर को
विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
विषय-सूची
1-मंदिर का इतिहास।
2-मंदिर की वास्तुकला।
3-मंदिर की भौगोलिक स्थिति।
4- मंदिर कैसे पहुंचे ?
5- FAQ
खजुराहो मंदिर का इतिहास (History of Khajuraho Temple)
खजुराहो मंदिर देश के मध्य कालीन युग के सबसे सुंदर स्मारकों
में से एक हैं। इन सुंदर मंदिरों को चंदेल वंश के शासकों द्वारा 900 से 1130 ईस्वी
के बीच बनाया था। यह चंदेल शासकों का स्वर्ण काल था। अधिकांश मंदिरों का निर्माण
धन्गदेव और यशोवर्मन राजाओं ने करवाया था। यह माना जाता है कि प्रत्येक चंदेल शासक
ने अपने जीवनकाल में कम से कम एक मंदिर का निर्माण किया था। इसलिए सभी खजुराहो
मंदिरों का निर्माण किसी एक चंदेल शासक द्वारा नहीं किया गया है, लेकिन मंदिर निर्माण चंदेल शासकों की परंपरा थी। चंदेल वंश के लगभग सभी
शासकों द्वारा इसका पालन किया जाता था।
स्थानीय परंपरा के
अनुसार खजुराहो में 85 मंदिरों की सूची है, जिनमें
से केवल 25 मंदिर संरक्षण के विभिन्न चरणों के बाद जीवित हैं। ये सभी मंदिर लगभग 9
वर्ग मील के क्षेत्र में फैले हुए हैं। खजुराहो को चंदेलों की धार्मिक राजधानी
माना जाता है। चंदेल शासकों ने राजनीति को धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों से
अलग करने की कोशिश की थी, इसलिए उन्होंने महोबा में अपनी
राजनीतिक राजधानी की स्थापना की जो यहाँ से लगभग 60 किमी दूर है।
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खजुराहो मंदिर (Khajuraho Temple) Image |
जाने भारत में स्थित एकमात्र ब्रह्मा मंदिर के बारे में।
खजुराहो के मंदिरों
को किसने बनवाया था (khajuraho temple built by)
खजुराहो में स्थित
मंदिरों का निर्माण चंदेल वंश के शासकों द्वारा किया गया था। इन मंदिरों के निर्माण
कार्य में 100 साल से भी अधिक समय लगा था। सर्वप्रथम यहाँ मंदिरों का निर्माण कार्य
राजा चंद्रवर्मन जी ने शुरू करवाया था। इस परिसर के अंदर विराजमान कंदरिया महादेव का
मंदिर यहाँ सबसे अधिक प्रसिद्ध है।
खजुराहो में कितने
मंदिर थे (How many temples were there in Khajuraho)
खजुराहो मंदिर
के निर्माण के समय इस मंदिर में 80 से भी अधिक मंदिर
थे। लेकिन बार-बार आक्रमण होने के कारण इस परिसर के कई मंदिर नष्ट हो चुके हैं। लेकिन
वर्तमान समय में इस परिसर में लगभग 30 हिंदू और जैन मंदिर स्थित हैं। जो इसे आज
भारत में सबसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थलों में से एक बनाते हैं।
खजुराहो मंदिर की
वास्तुकला (Khajuraho Temple Architecture)
खजुराहो मंदिर
नागर शैली की वास्तुकला में बना एक सुंदर
मंदिर है। यह मंदिर बलुआ पत्थर और ग्रेनाइट से बना हुआ है। चतुर्भुज के मंदिर को
छोड़कर सभी मंदिर सूर्यमुखी हैं। जो हिंदू मंदिरों में पाया जाने वाला एक सामान्य
सौंदर्य है। यह मंदिर नर और मादा शक्ति की सह-निर्भरता प्रदर्शित करता हैं। यह मूल
मंदिर मंडला डिजाइन पर आधारित है। जिसमें एक वर्ग और वृत्त शामिल हैं। इस परिसर
में अलग-अलग कला-स्तर वाले मंदिर पार्श्वनाथ और लक्ष्मण मंदिरों की मूर्तियों का
शास्त्रीय स्वाद वेस्वनाथ मंदिर में जारी है। यहां की मूर्तियां स्पष्ट रूप से
पतली और लंबी हैं और सबसे समृद्ध किस्म की अप्सरा आकृतियों को दर्शाती हैं।
यहां अप्सराओं को
कई कठिन,
लगभग कपटपूर्ण पोज देते हुए दिखाया गया है। जवारी
और चतुरभुजा मंदिरों में मूर्तिकला कला का स्पष्ट रूप से पतन हुआ है। इनमें बहुत
अधिक जीवन या अभिव्यक्ति के बिना बड़े पैमाने पर पारंपरिक आंकड़े प्रदर्शित किये
हैं। दुलादेव ( दुल्हादेव ) मरते हुए दीपक के अंतिम झिलमिलाहट का प्रतिनिधित्व
करते हैं। यहाँ अत्यधिक गतिशील और रोमांटिक मूर्तियों जैसे कि नृत्य करने वाली
अप्सराओं और उड़ने वाले विद्याधरों को पतित, रूढ़िबद्ध
और भव्य अलंकृत आकृतियों के साथ जोड़ती है।
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खजुराहो मंदिर ( Khajuraho Temple ) Image 1 |
पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर का इतिहास जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
खजुराहो मंदिर की भौगोलिक स्थिति (Geographical Location of Khajuraho Temple)
खजुराहो मंदिर परिसर को मुख्यतः तीन क्षेत्रों में विभाजित
किया गया है। तीन क्षेत्रों में निम्नलिखित मंदिर हैं: मंदिरों के पश्चिमी समूह
में कंदरिया महादेव मंदिर, लक्ष्मण मंदिर, चौसट योगिनी मंदिर, जगदंबी मंदिर, चित्रगुप्त मंदिर, मातंगेश्वर मंदिर, विश्वनाथ मंदिर और वराह मंदिर शामिल हैं। मंदिरों के पूर्वी समूह में
घंटाई मंदिर, पार्श्वनाथ मंदिर, आदिनाथ
मंदिर, ब्रह्मा मंदिर, हनुमान मंदिर,
जवारी और वामन मंदिर शामिल हैं। मंदिरों के दक्षिणी समूह में
बीजामंडल मंदिर, दुल्हादेव मंदिर, जातकरी
और चतुर्भुज मंदिर शामिल हैं।
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खजुराहो मंदिर ( Khajuraho Temple ) Image 2 |
खजुराहो मंदिर
आसपास के दर्शनीय स्थल (Khajuraho Temple Nearby Places To Visit)
खजुराहो मंदिर
के
आस पास घूमने वाली कुछ प्रमुख जगहों के बारे में जानकारी नीचे दी गयी है।
1- नंदी
मंदिर (Nandi Temple)
नंदी मंदिर
खजुराहो समूह के स्मारकों का ही एक हिस्सा है, जो मध्य
प्रदेश के खजुराहो में एक विश्व धरोहर स्थल है। यह मंदिर नंदी को समर्पित है, जो हमेशा भगवान शिव जी के साथ ही रहते है।
2- रानेह
फॉल्स (Raneh
Falls)
यह फॉल्स खजुराहो मंदिरों से लगभग 23 किलोमीटर की दूरी पर
स्थित हैं। रानेह जलप्रपात केन नदी के ऊपर प्राकृतिक झरनों का एक सुंदर द्रश्य है।
यह नदी में लाल, गुलाबी और भूरे रंग के अंशों में
क्रिस्टलीय ग्रेनाइट से बनी एक गहरी घाटी है। इसके अंदर से कई छोटे और बड़े झरने
निकलते हैं, जिन्हें सामूहिक रूप से रानेह जलप्रपात कहा जाता
है।
3- पुरातत्व
संग्रहालय खजुराहो (Archaeological Museum Khajuraho)
पुरातत्व
संग्रहालय खजुराहो में मंदिरों के पश्चिमी समूह के पास स्थित है और मूल रूप से
जार्डिन संग्रहालय के रूप में जाना जाता था। इस संग्रहालय में 2000 से अधिक
वस्तुओं के अवशेष संग्रहालय में हिंदू और जैन धर्म के 10 वीं और 12 वीं शताब्दी के
मंदिरों के अवशेष रखे गए हैं।
4- देवी
जगदम्बा मंदिर (Devi Jagdamba Temple)
देवी जगदंबा
मंदिर में कामुक आकृतियों को बहुत खूबसूरती से उकेरा गया है। गर्भ गृह में
ब्रह्मांड की देवी की एक शानदार मूर्ति विराजमान है। मंदिर में मिथुन की छवि के
साथ देवी पार्वती की एक सुंदर मूर्ति भी स्थित है। यह मंदिर खजुराहो से लगभग 4 किलोमीटर
की दूरी पर स्थित है।
5- जनजातीय
और लोक कला का राज्य संग्रहालय (State Museum of Tribal and Folk Art)
मध्य प्रदेश के
खजुराहो में चंदेला सांस्कृतिक परिसर के भीतर एक राज्य संग्रहालय स्थित है। जिसमें
राज्य की जनजातीय और लोक कला संग्रहालय की वस्तुएं जैसे मास्क,
टेराकोटा मूर्तियों, लोक-चित्रों, बांस के लेखों और अन्य संग्रहणीय वस्तुओं को संभाला गया है, और आदिवासी कला और संस्कृति के पुराने ग्रंथों के छोटे भंडार का भी रखरखाव
किया गया है। इस संग्रहालय के चारों ओर एक सुंदर बगीचा भी है।
खजुराहो मंदिर
कैसे पहुंचे (How to reach Khajuraho temple)?
हवाई मार्ग से खजुराहो
मंदिर में पहुँचने के लिये खजुराहो
हवाई अड्डे से ऑटो टैक्सी या टैक्सी के माध्यम से पहुँच सकते हैं। हवाई अड्डे से
मंदिर की दूरी लगभग 3 किलोमीटर है।
रेल मार्ग से खजुराहो
मंदिर में पहुँचने के लिये खजुराहो रेलवे स्टेशन से ऑटो
टैक्सी या टैक्सी से मंदिर परिसर तक पहुँच सकते हैं। रेल मार्ग से मंदिर की दूरी
लगभग 6 किलोमीटर है।
रोड मार्ग से खजुराहो
मंदिर में पहुँचने के लिये मध्य प्रदेश राज्य के
किसी भी शहर से परिवहन निगम की बसों,निजी बसों और टैक्सियों
के माध्यम से मंदिर परिसर में पहुँच सकते हैं।
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खजुराहो मंदिर ( Khajuraho Temple ) Road Map |
खजुराहो मंदिर का खुलने का समय ( Opening time of Khajuraho temple)
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खजुराहो मंदिर
सुबह 8 बजे से शाम को 6 बजे तक खुला रहता है।
खजुराहो मंदिर के
पास होटल
(Hotels near Khajuraho Temple)
खजुराहो मंदिर के पास स्थित होटलों के बारे में जानकारी नीचे दी
गयी है। यह सभी होटल मंदिर के पास ही स्थित है। आप अपनी सुविधानुसार नीचे दिये गए
किसी भी होटल में रुक सकते हैं-
1-Syna Heritage Hotel -
Khajuraho.
2-Hotel Chandela.
3-Hotel Harmony.
4-Radisson Jass Hotel
Khajuraho.
5-Hotel isabel Palace.
6-Clarks Khajuraho.
7-Ramada by Wyndham
Khajuraho.
8-Hotel Marble Palace.
9-Hotel City Palace.
10-Hotel Narayana
Palace.
FAQ
Q- खजुराहो मंदिर किस राज्य में स्थित है?
A- खजुराहो
मंदिर भारत देश के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है।
Q- कंदरिया महादेव मंदिर कहाँ पर स्थित है ?
A- कंदरिया
महादेव मंदिर मध्य प्रदेश राज्य के खजुराहो मंदिरों के बीच स्थित है।
Q- खुजराहों मंदिरों का निर्माण किसने करवाया था ?
A- खजुराहो
मंदिरों का निर्माण चंदेल वंश के शासकों द्वारा किया गया था।
Q- खुजराहों मंदिरों का निर्माण किस शैली में हुआ है ?
A- खजुराहो
मंदिरों का निर्माण नागर वास्तुकला शैली में हुआ है।
Q- कंदरिया महादेव मंदिर की ऊंचाई कितनी है ?
A- कंदरिया
महादेव मंदिर की ऊंचाई 31 मीटर ( 102 फीट ) है।
Q- खुजराहों मंदिर के खुलने और बंद होने का समय क्या है ?
A- खजुराहो
मंदिर सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक खुले रहते हैं।
Q- खजुराहो
मंदिर कितने वर्ष पुराना है ?
A- खजुराहो
मंदिर लगभग 1 हजार वर्ष से भी अधिक पुराने हैं।
Q- खजुराहो में वर्तमान में कितने मंदिर हैं ?
A- खजुराहो
में वर्तमान समय में 25 के आस पास मंदिर बचें हैं।
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